इकॉनमी में धीरे-धीरे बेहतर सुधार


अनुमान से तेज गति से सुधार : आंकड़ों को देखा जाए तो 7.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है लेकिन यह रेटिंग एजेंसियों के साथ रिजर्व बैंक के अनुमानों से भी अच्छी बढ़ी है । मूडीज , एसएंडपी व फिच समेत कई एजेंसियों ने सुधार का अनुमान जताया था । 

मंदी की गिरफ्त में देशः दो तिमाही में डीजीपी की गिरावट से भारत अब तकनीकी मंदी की गिरफ्त में आ गया है । यह 1947 के बाद पहली बार हुआ है ।

सांख्यिकी व कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने शुक्रवार को आंकड़े जारी किए । विनिर्माण और कृषि क्षेत्र का प्रदर्शन शानदार रहा ।

हालांकि , निजी खपत में 11.5 फीसदी की कमी आई है जो चिंता की बात है । रिपोर्ट के मुताबिक , महामारी पर नियंत्रण के बाद लॉकडाउन खत्म करने से मांग में सुधार आया है जिससे अर्थव्यवस्था की रफ्तार तेज हुई है । 

आने वाले समय में बेहतर उपभोक्ता मांग से इसमें और सुधार की उमीद जताई जा रही है।

कोरोना संकट के बीच अर्थव्यवस्था में उम्मीद से बेहतर सुधार नजर आया है । जुलाई - सितंबर तिमाही में जीडीपी विकास दर में 7.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई लेकिन यह अनुमानों से काफी कम है । पहली तिमाही मेंजीडीपी में 23.9 % की गिरावट दर्ज की गई थी ।

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